************************************
मैंने देखा है बहुत कुछ इन आँखों तले
हां ये भी प्यार है साहब....
पिंजरे से पक्षी रुखसत करने पे मकान के इर्द-गिर्द घूमते देखा है
मालिक के जनाजे के बाद जानवर को खाने से मुंह घुमाते देखा है
हां ये भी प्यार है साहब...
प्यार में भटके इंसान को 'ये बस मेरी माँ कर सकती है' कहते देखा है
गरीब की पत्नी को 'चिंता मत करो कुछ गहने है अभी' कहते देखा है हां ये भी प्यार है साहब...
मैंने परदेश में इंसान को अपने गाँव के लिए तड़पते देखा है
हजारों के महफ़िल में एक पुराने दोस्त को याद करते देखा है
हां ये भी प्यार है साहब...
एक हिंदू के इंतक़ाल पे मुस्लिम भाई को कंधा देते देखा है
बीमार बच्चे के पिता को मज़ारो में मन्नते मांगते देखा है
हां ये भी प्यार है साहब...
मैंने देखा है बहुत कुछ इन आँखों तले
हां ये भी प्यार है साहब....
***************************
V nice
ReplyDeleteVery nice and hert touching, it's really truth lieness of life.
ReplyDeleteLovely, really truth 👌
ReplyDeleteNice lines
ReplyDeleteamazing lines.....true
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteVery true and beautifully express..
ReplyDeleteVery heart touching lines and really amazing writing
ReplyDeleteVery impressive lines
ReplyDeleteReally vry beautiful lines....
ReplyDeleteTouch of reality
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteDeep thoughts
ReplyDeleteBadiya 👌
ReplyDeleteDhanyavad
Deletesimply amazing
ReplyDelete