****************************************** खुश रहने के बहाने अच्छे हैं जनाब बेवजह मुसकुराहट ही देकर जाते हैं सितम के बाद, दर्द ए सितम में वक्त जाया हो जिंदगी किसी की इतनी भी बेवजह तो नही अपनी जिंदगी के चित्रकार खुद ही हैं आप तस्वीर की शिद्दत रंगो से नजर आनी चाहिए वजह तलाशने का मौका खुदा ने आपको दिया है चाहत का जुनून फैसलों में नज़र आय, तो अच्छा है खुदा को अफसोस ना हो अपनी शिल्पकारी पर सोचो उसने तुझे कितनी शिद्दत से बनाया होगा खुदा की हर एक कृति निहायत खूबसूरत है कुछ रंग भर दिये, कुछ रंग सजाने है आपको जाना जब छोड़कर, तुम ये दुनिया साहिब वजूद तेरे होने का बस दरमियान ही रह जाय उपलब्धियां तेरे जीवन की तेरे चरित्र से ही नजर आय सब कुछ बयां हो जाये, इतनी हिम्मत कागजों में कहाँ *******************************************