******************************** ये जिंदगी है ज़नाब इसे मजबूरियाँ न बनाइए जो मिला है यहां उसे शिद्दत से निभाइए कुछ नए की चाह में कुछ टूट न जाये कहीं मिली हुई चीज़ भी छूट न जाये सवालों की इतनी लड़ियाँ क्यों खड़ा करता है तू चलता चल इस जिंदगी को,क्यूँ उलझता है तू किस बात की उल्फत पाल रखी है तेरी खुशियां तेरी मुट्ठी में ही तो रखी है जो तेरा है वो तो तेरा ही रहेगा फिर दीपक तले अंधेरा ही रहेगा मत इतना उलझ कि तू ही टूट जाये जीने का क्या मजा जब सफर ही छूट जाये वक़्त का क्या भरोसा कब कौन साथ छोड़ दे फिर बीता हुआ वक़्त हमको सिर्फ अफ़सोस दे सही गलत का फ़र्क समझ, खुशियाँ तू वसूल कर ये जिंदगी है एक तोहफा इसे क़ुबूल कर ********************************
A Blog of Hindi Poetry and hindi quotes Motivational and Inspirational poetry. One liner Quotes