In the loving memory of my friend
Mrs. sudha Mishra🙏🏻🙏🏻
*********************************************
ऐ जिंदगी जब सब तेरे मुताबिक है
तो जरा बोल , फिर मै क्या करू
कब किससे मिला दे तू, कब किससे जुदा कर दे
जब अगले पल की खबर नहीं तो बोल मै क्या करु
बस नाच रहे हैं कठपुतली बनकर दुनिया की भीड़ में
कब कौन से दिन दिखा दे तो बोल फिर मै क्या करू
ये सब कर्मो के फैसले हैं या हम सब भाग्य से जुड़े हैं
ना जाने कब किसकी हस्ती मिटा दे तो बोल मै क्या करू
कभी दिल खोल के मेहरबान हो जाती हैं मुझ पर तू
कभी एक पल में बर्बाद कर दे तो फिर मै क्या करू
जी रही हूँ यह सोच कर सब तेरी कृपा है
कभी सर से तू हाथ हटा दे तो मै क्या करू
नहीं पता मुझे अगले पल का, ना तेरे फैसलों का
लेकिन जब जिंदगी जी ना जाय तो मै क्या करू
ऐ जिंदगी, मुझे हर पल बस तू एक खेल सी लगती है
ना जाने कब किसका आशियाना मिटा दे तो मै क्या करु
ये जिंदगी एक मिट्टी की इमारत है, नहीं मेरे सपनों की इबादत है
किसी पल ढह के अगर चूर चूर हो जाय तो बोल फिर मै क्या करु
ऐ खुदा थोड़ा रहम करना अपने बन्दो की परवरिश में
दर्द जब हद से गुजर जाय तो बोल फिर मै क्या करु
******************************************
Sach me👌👍
ReplyDeleteReality of life.... Nice poetry
ReplyDeleteReality of life.... Nice poetry
ReplyDeleteReality of life.... Nice poetry
ReplyDeleteJindagi ki hakikat ka bahut sundar vardan hai apki Kavita me
ReplyDeleteJindagi ki hakikat ka bahut sundar vardan hai apki Kavita me
ReplyDeleteJindagi ki hakikat ka bahut sundar vardan hai apki Kavita me
ReplyDeleteReality of life.... Nice poetry
ReplyDeletedeep thoughts
ReplyDeletereality of life which u present here
ReplyDeleteVery deep and present real lines
ReplyDelete